गृह प्रवेश क्या है, गृह प्रवेश करने की विधि, उस दिन क्या न करें

गृह प्रवेश क्या है, गृह प्रवेश करने की विधि, उस दिन क्या न करें

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गृह प्रवेश समारोह एक हिंदू पूजा समारोह है, जिसे पर्यावरण को शुद्ध करने और घर को नकारात्मक ऊर्जा से बचाने के लिए पहली बार नए घर में प्रवेश करने के समय किया जाता है। परिवार की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए नए घर में जाने से पहले गृह प्रवेश पूजा जरूर करनी चाहिए। शुभ मुहूर्त पर गृह प्रवेश की पूजा करने से बुरी शक्तियां घर से दूर होती हैं और सकारात्मक ऊर्जा आती है। इसके साथ परिवारवालों पर देवी-देवताओं का आशीर्वाद बना रहता है। गृह प्रवेश करने के बाद ग्रहों का पूजन करना चाहिए। फिर वास्तु देवता का पूजन करना चाहिए। वास्तु पूजन के लिए कुछ शुभ समय भी बताए गए हैं- चित्रा, शतभिषा, स्वाती, हस्त, पुष्य, पुनर्वसु, रोहिणी, रेवती, मूल, श्रवण, उत्तरा फाल्गुनी, धनिष्ठा, उत्तराषाढ़ा, उत्तरा भाद्रपद, अश्विनी, मृगशिरा और अनुराधा नक्षत्रों में वास्तु पूजन करना शुभ होता है। इन नक्षत्रों में से किसी भी एक में वास्तु पूजन करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। गृह प्रवेश के दिन ब्राह्मण को और गाय को दान करना चाहिए। अंत आपको स्वयं भोजन करके आराम से अपने घर में प्रवेश करना चाहिए।

गृह प्रवेश वाले दिन क्या करें

घर द्वार को सजाये

उस दिन घर के मैन दरवाजे को सजाया जाता है, क्योंकि इसे सिंह द्वार कहा जाता है। गृह प्रवेश पूजा के दिन सुनिश्चित करें कि सामने के प्रवेश द्वार को फूलों और गेंदे के फूल और आम के ताजे पत्तों के तोरण से द्वार सजाया जाता है और उस दिन आम के पत्तो और नींबू से बनी डोरी लगाएं, जिससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी। आप दोनों सिरों पर गो-पद्म, कमल या कोई अन्य आध्यात्मिक चिन्ह भी लगा सकते हैं।

रंगोली बनाएं

रंगोली त्योहारों के मौसम का पर्याय है और माना जाता है कि यह धन और समृद्धि को आकर्षित करती है। फर्श को चावल के आटे या चमकीले रंगों से बनी रंगोली से सजाएं। फर्श पर बनी रंगोली देवी लक्ष्मी का आगमन करती है।  बाजार में उपलब्ध चावल के आटे और रंगोली के रंगों का इस्तेमाल करके गृह प्रवेश पूजा आयोजित करने से पहले प्रवेश द्वार के पास रंगोली बनाएं। ध्यान रहे कि रंगोली लोगों के आने के रास्ते में न हो।

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पुरे घर को साफ करें

गृह प्रवेश पूजा होने से पहले घर को अच्छे से साफ करे, ताकि यह स्वागत करने योग्य लगे। यह आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करेगा। घर के लिए पहली चीज जो आपको खरीदनी चाहिए, वह है झाड़ू, ताकि समारोह से पहले सारी गन्दगी से छुटकारा मिल सके और नई शुरुआत हो सके। पूजा शुरू करने से पहले अपने घर के हर कोने में पोछा लगाएं। जगह को साफ़ और शुद्ध करने के लिए फर्श को नमक के पानी से पोछें।

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घर में छिड़काव करें

अपने पुरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें। घर के एक कोने में गंगाजल का कलश रख दें। इस कलश पर कच्चे आम के पत्ते रखे। गंगाजल में एक शुद्ध ऊर्जा होती है जो घर से नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करती है।

गृह प्रवेश में फूलों की सजावट करें

मेन डोर और गृह प्रवेश पूजा के एरिया के अलावा पुरे घर को फूलों से सजाएँ। टेबल के लिए ऊपरी हैंगिंग, मेहराब, कोनों और सेंटरपीस के लिए ताजे फूलों का इस्तेमाल करें। कमल और रंगीन धागों के साथ गेंदा, ट्यूब गुलाब और शेवंती आदि का उपयोग करके पारंपरिक-थीम वाले तार और माला की सजावट की जा सकती है। फ्लोरल बॉल्स और फूलों से बने हैंगिंग का इस्तेमाल घर की अलग-अलग जगहों को हाईलाइट करने के लिए किया जा सकता है।

नारियल फोड़ना

नए घर के प्रवेश के लिए महिला को नारियल तोडना चाहिए और दहलीज पर रखना चाहिए। क्योंकि यह घर के हर प्रकार के बाधाओं को दूर करने का प्रतीक माना जाता है। यह करने के बाद आप अपने हाथ में गणेश भगवान की मूर्ति लेकर अंदर प्रवेश करें।

नए घर में दाहिना पैर पहले प्रवेश करें

गृह प्रवेश के दिन पति-पत्नी को एक साथ घर में प्रवेश करना चाहिए। प्रवेश करते समय अपना दाहिना पैर आगे रखना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, पहले पुरुष को अपना दाहिना पैर रखना चाहिए जबकि महिला को पहले अपना बायां पैर रखना चाहिए। उन्हें भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करते हुए कलश को ईशान कोण या मंदिर में स्थापित करना चाहिए।

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गृह प्रवेश के लिए मंडप लगाए

गृह प्रवेश पूजा अनुष्ठान शुरू करने से पहले मंडला चित्र बनाना चाहिए, जो आध्यात्मिक प्रतीकों का एक ज्यामितीय विन्यास है। यह देवी-देवता और ग्रहो का आह्वान करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है। मूर्तियों को घर के पूर्व दिशा में रखनी चाहिए। इसमें आध्यात्मिक ऊर्जा को आकर्षित करने और दिव्य सुरक्षा के लिए मूर्ति के सामने दो दीपक जलाएं और भगवान के भोग के लिए मिठाई, फूल और फल चढ़ाएं।

कलश लगाए

गृह प्रवेश पूजा में तांबे के बर्तन में गंगाजल या किसी नदी से पानी भरकर मूर्ति के सामने रखें। कलश में नौ प्रकार के अनाज और सिक्का डालें और एक नारियल के चारों ओर कलाव और लाल कपड़ा बांधे। इसको कलश पर रखें और इसके किनारों पर चार आम के पत्ते रखें। उसके बाद कलश को हवन के पास रखा जाना चाहिए।

नए घर में रोशनी रखे

नए घर में सारे में उजाला रहे। घर के किसी कोने में अँधेरा नहीं होना चाहिए। घर में रौशनी करने के लिए लैंप, एलईडी लाइट या फेयरी लाइट का विकल्प चुनें। ऐसा माना जाता है कि मिट्टी का दीपक जलाने से सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

खीर का भोग बनाएं

घर के किचन में जाकर महिला को दूध उबालना चाहिए। दूध की खीर बनाकर भगवान को भोग लगाना चाहिए। फिर इस खीर को पूजा में अनुष्ठा के दौरान चढ़ाएं और फिर इस प्रसाद को पंडित जी को घर के सदस्यों को दें। गृह प्रवेश में खीर का प्रसाद ही पूजा में शुभ माना जाता है। इसके बाद अपनी रसोई घर में इच्छा से घर के सदस्यों की पसंद के अनुसार सभी प्रकार के पकवान बना सकते है और पंडित जी को और घर के सदस्यों को खिलाएं।

शंख बजाए

गृह प्रवेश पूजा अनुष्ठानों में से एक जिसका पालन किया जा सकता है वह है शंख को बजाना, जो नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करने के लिए माना जाता है। इसलिए गृह प्रवेश पूजा के दौरान घर में शंख जरूर बजायें।

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आरती करें

गृह प्रवेश पूजा में आरती के लिए एक कपूर का दीपक जलाए। अपने घर और घर के सदस्यों के लिए सुख समृद्धि की कामना करते हुए मंगल आरती करें। इसके साथ ही आप घंटी या शंख बजा सकते हो।

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पूजा के बाद नारियल फोड़कर प्रसाद के रूप में सभी मेहमानों को दें। प्रसाद के बाद सभी  मेहमान आम के पत्तों का उपयोग करके कलश से पानी छिड़कें।

गृह प्रवेश वाले दिन क्या न करें

  • रसोई गैस स्टोव को छोड़कर गृह प्रवेश पूजा करने से पहले अपने नए घर में किसी भी फर्नीचर को ले जाने से बचें।
  • उस दिन काले कपडे न पहनने।
  • अगर परिवार में कोई गर्भवती महिला है या किसी की मृत्यु हो गई है, तो नए घर में शिफ्ट न हों।
  • अगर दरवाजे, खिड़कियां, छत या निर्माण का कोई हिस्सा पूरा नहीं है, तो घर में जाने से बचें।
  • गृह प्रवेश पूजा के बाद अपने मेहमानों को खाली हाथ न जाने दें।
  • गृह प्रवेश पूजा करने के बाद नए घर को खाली नहीं रखें।

गृह प्रवेश से संबंधित पूछे गए प्रश्न

नए घर में रहने से पहले क्या करना चाहिए?

नए घर में रहना शुरु करने से पहले हवन करें, उसके बाद गणेश पूजा, वास्तु दोष पूजा और नवग्रह शांति पूजा करें क्योंकि यह ऊर्जा को शुद्ध करता है और घर को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है।

गृह प्रवेश में किस भगवान की पूजा होती है?

गृह प्रवेश के दिन कोई गणपति पूजा या सत्यनारायण पूजा होती है।

गृह प्रवेश के बाद हमें क्या नहीं करना चाहिए?

गृह प्रवेश के बाद उस रात वहीं सोना चाहिए और उसके 40 दिनों तक अपने घर को भूलकर भी खाली नहीं छोड़ना चाहिए, क्योकि यह अशुभ माना जाता है।

नए घर में क्या लेकर जाना चाहिए?

नए घर में प्रवेश के समय घर के स्वामी और स्वामिनी को पांच मांगलिक वस्तुएं नारियल, पीली हल्दी, गुड़, चावल, दूध अपने साथ लेकर नए घर में प्रवेश करना चाहिए।

कलश के नीचे क्या रखे?

कलश के नीचे गेंहू या जौ रखे।


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