प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के मन में सवाल उठता है कि गर्भ में लड़का है या लड़की। यह सवाल महिला को नहीं, बल्कि परिवार के सदस्यों का भी यह सवाल होता है। डिलीवरी होने तक हर मां या पिता के लिए यह एक रहस्य होता है। अक्सर उम्रदराज लोग प्रेग्नेंट महिला के हावभाव, बोलचाल, खूबसूरती जैसी कई चीजों को देखकर बेटी या बेटा होने का अंदाजा लगाते हैं। गर्भवती महिला के बेटा या बेटी होने के कई संकेत होते है-जैसे बेटा होने पर महिलाओं का मूड अच्छा होता है, लेकिन जब गर्भ में लड़की होती है, तो उनका मूड खराब होता है। ऐसे संकेत इस लेख में पता चलेगा कि बेटी होने के क्या-क्या संकेत होते है।
स्किन की समस्या
प्रेग्नेंसी के ओरण कई हार्मोन बदलाव होते है। इसका असर स्किन पर भी आने लगता है। कुछ महिलाओं की स्किन में निखार आने लगता है, तो कुछ महिलाओं की स्किन पर दाग-धब्बे होने लगते है। जब त्वचा डल जाएं, तो चेहरे पर कील-मुँहासे आ जाते है। इसका मतलब है आपके लड़की होगी।
मॉर्निंग सिकनेस
अगर गर्भवती महिला को बहुत ज्यादा सुबह के समय मॉर्निंग सिकनेस हो, तो लड़की होने का संकेत होता है। हर महिलाओं का प्रेग्नेंसी का सफर अलग-अलग होता है। किसी की इस दौरान काफी तबियत खराब हो सकती है, तो किसी के लिए यह जर्नी बिल्कुल सामान्य रह सकती हैं। वास्तव में, मॉर्निंग सिकनेस बढ़ते हार्मोन और लो ब्लड शुगर से संबंधित है।
महिला को मीठा खाने की क्रेविंग हो
अगर गर्भवती महिला ज्यादा मीठा खाने लगती है, तो उनको लड़की होने का संकेत है। महिलाओं को गर्भवस्था के दौरान खाने की क्रेविंग बढ़ सकती है। इस दौरान महिलाओं को काफी भूख लगती है। लेकिन इसका संबंध बेटा या बेटी के जन्म से नहीं है। अगर महिला को वही खाने की चाहत ज्यादा होती है, तो जिस मिनरल की कमी उसके शरीर में होने लगी है।
मूड स्विंग होना
गर्भवस्था के दौरान महिलाओं में बदलाव हार्मोन के कारण होते है। हार्मोन के बदलाव का उनके शरीर से लेकर उनके मन मस्तिष्क पर गहरा असर डालती है। अगर महिलाओं का प्रेग्नेंसी में मूड स्विंग होना लड़की होने का संकेत है।
बेबी बम ऊँचा हो
अगर गर्भवती महिला का बेबी बम ऊँचा हो, तो लड़की होने का संकेत करती है। गर्भवती महिला का बेबी बम ऊँचा क्यों होता है। प्रेग्नेंसी की वजह से पेट की मसल्सं, शरीर का आकार और गर्भावस्था के दौरान आपका कितना वजन बढ़ता है, यह सब फैक्टर आपके बेबी बम की ऊंचाई को सुनिश्चित करते हैं। इस तरह के मिथ का सच्चाई से कोई सरोकार नहीं होता है।
बेजान और ऑयली बाल
अगर गर्भवती महिला के बाल बेजान और ऑयली है, तो इसका मतलब है कि आपके लड़की है। बालों का बेजान होना भी शरीर में हो रहे हार्मोन के बदलाव है।
दिल की धड़कन बढ़ना
गर्भवती महिला के पेट में पल रहे बच्चे की धड़कन 140 प्रति मीटर बढ़ने लगती है, तो लड़की होने का संकेत होता है। एक मां अपने गर्भ में पल रहे बच्चे की दिल की धड़कन को महसूस कर सकती है। आप दिल की धड़कन से पता लगा सकती हैं कि गर्भ में बेटी है या बेटा। लड़की की धड़कन लड़कियों की तुलना में धीमी होती है।
स्तर का आकार बढ़ना
गर्भवस्था के दौरान महिलाओं में कई तरह इ हार्मोन बदलाव होने लगते है। अगर महिला का दायां स्टार बड़ा नजर आता है, तो इससे बेटी होने का संकेत होता है।
वजन बढ़ना
गर्भावस्था के दौरान महिला का वजन बढ़ने लगता है। क्योंकि मां के गर्भ में पल रहे बच्चे का आकार बढ़ने लगता है। आप गर्भवती महिला के बढ़े हुए वजन को देखकर भी पता लगा सकते हैं कि गर्भ में बेटा है या बेटी।
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अगर महिला मोटी होती जा रही है और उसकी के दोनों तरफ ज्यादा वजन बढ़ता है, तो लड़की होने का संकेत माना जाता है।
पेट का आकार
अगर गर्भवती महिला पेट गोल और उसकी ऊपर की तरफ उठा हुआ होता है, तो लड़की होने का संकेत माना जाता है। इसके साथ ही गर्भ में बेटी होने के लक्षण में महिला के पेट के आसपास चर्बी बढ़ जाती है।
सोने की पोजीशन
गर्भवती महिला के सोने के पोजीशन से भी पता चलता है कि गर्भ में लड़का है या लड़की। अगर महिला दाई और करवट लेकर सोती है, तो इसका मतलब है कि उनके गर्भ में लड़की है।
गर्भ में लड़की से संबंधित प्रश्न
गर्भवती महिला को बेटी होने के यह संकेत होते है कि महिलाओं को मीठा खाना बहुत पसंद होता है।
यदि लाइनिया नाइग्रा आपके नाभि के नीचे से शुरू होती है, तो आपके गर्भ में लड़की है।
लाइनिया नाइग्रा आपके पेट के बिच में त्वचा की एक काली रेखा होती है, जो अक्सर गर्वास्था में विकसित होती है। लाइनिया नाइग्रा खतरनाक नहीं है। इससे आपको या आपके बच्चे को कोई समस्या नहीं होगी और इसके लिए उपचार की भी आवश्यकता नहीं है।
140 बीपीएम जब तेज धड़कता है, तो लड़की होने का संकेत माना जाता है।
लड़की 280 दिन, 40 सप्ताह, 3 तिमाही या 9 महीने से थोड़ा अधिक होता है।
भ्रूण की हृदय गति आमतौर पर 110 से 160 बीट प्रति मिनट (बीपीएम) के बीच होती है, लेकिन यह गर्भावस्था के दौरान अलग-अलग हो सकती है। बच्चे की हृदय गति 170 बीपीएम तक बढ़ सकती है।
लड़की के होने की 50% संभावना होती है।