छोटी-छोटी बात पर गुस्सा आना, जाने कारण और कंट्रोल करने के उपाय

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क्रोध व गुस्सा सबसे बुनियादी मानवीय भावनाओं में से एक है। गुस्सा करने या होने पर हदय की गति और रक्तचाप बाद जाती है। यह किसी धमकी या अतीत में किये गए नुकसान के प्रति शारीरिक और मानसिक प्रतिक्रिया है। क्रोध अलग-अलग रूपों में होता है, जिसमे जलन से लेकर अंधाधुंध क्रोध या अक्रोध शामिल है, जो कई सालों तक बना रहता है।

किसी भी समय शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कारको का संयोजन एक निश्चित तरीके से महसूस कराने के लिए परस्पर क्रिया करता है। हमारी भावनाएँ हमारी भावनात्मक बनावट, हम दुनिया को कैसे देखते हैं, हमारे आस-पास क्या होता है और हमारी परिस्थितियों से प्रभावित होती हैं। अन्य भावनाओं की तरह, क्रोध शायद ही कभी अकेले कार्य करता है।

छोटी-छोटी बात पर क्यों गुस्सा आना

एक व्यक्ति कई सारे इमोशन से बंधा हुआ होता है जैसे-वह हंसता है, गुस्सा भी करता है, इमोशनल भी होते है। ये सब होना स्वभाविक है। हर किसी का स्वाभाव एक जैसा नहीं रहता। कोई हंसी मजाक करना पसंद करता और कोई सीरियस रहना चाहता है। ज्यादा तनाव व दवाब में काम करने से संतुलन बिगड़ जाता है। और वह छोटी-छोटी बात पैट रिएक्ट करने लगता है। अगर आपको बार-बार गुस्सा आ रहा है और छोटी बात पर चिढ़ जाते हो, तो शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी से होता है। ज्यादा गुस्सा होने पर इन चीजों पर कमी हो सकती है-

विटामिन बी 6 की कमी

विटामिन बी 6 हमारे शरीर में ब्रेन केमिकल की तरह काम करता है। यह ब्रेन फंक्शन को बेहतर बनाने में मदद करता है। आगे आपके शरीर में विटामिन बी 6 की कमी है, तो ये फील गुड़ हार्मोन की कमी का कारण बनता है और आपको गुस्सा आ सकता है।

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विटामिन b 12 की कमी

जब विटामिन b 12 की शरीर में कमी होती है तो आप थकान और सुस्ती महसूस करते हो। ऐसे में किसी काम में मन नहीं लगता और जबरदस्ती करते हो। चिड़चिड़े भी हो सकते हो। विटामिन b12 की कमी से आपको डिप्रेशन जैसे लक्षण भी महसूस हो सकते हैं।

जिंक

जिनक हमारे शरीर के लिए मेंटल हेल्थ के लिए जिम्मेदार है। इसकी कमी आपको डिप्रेशन के लक्षण महसूस कर सकते है। आपका मूड बार-बार खराब हो सकते है। एंजाइटी और चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है जिंक का कम लेवल ऑक्सीडेटिव तनाव का कारण बन सकते हैं।

ममैग्नीशियम

इसकी कमी से मानसिक स्थिति को कंट्रोल में करना मुश्किल है। यह एक शांत मिनरल है जो नर्वस सिस्टम को पोषण देता है

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और चिंता, डर, घबराहट, बेचैनी और चिड़चिड़ापन रोकने में मदद करता है। जब इसकी कमी होती है तब आप और भी ज्यादा चिड़चिड़े हो जाते हो।

विटामिन डी

विटामिन डी की कमी से गुस्सा के साथ-साथ और चिड़चिड़ापन भी हो जाता है। बारिश और सर्दी के मौसम में धूप कम निकलने की वजय से शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है।

गुस्सा कंट्रोल करने के उपाय

बोलने से पहले सोचे

अगर आप किसी से नाराज है, तो कुछ कहने से पहले जरूर सोचे। इस बात को समझें कि आपके कुछ कहने से दूसरे व्यक्ति पर क्या प्रभाव पड़ेगा। क्या इससे आपके रिश्ते बिखर सकते हैं। इसके लिए खुद को 10 से 15 सेकण्ड के लिए शांत कर लें और धैर्य बनाए रखें। कुछ देर विचार करने के बाद जब गुस्सा शांत हो जाएं, तब अपनी बात को जाहिर करे। इससे दूसरे व्यक्ति को पछतावा जरूर होगा।

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उल्टी गिनती करना

उल्टी गिनती करने से आपको गुस्सा को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करना और 10 से 1 तक उल्टी गिनती करने से आपको स्वभाव और भाषा को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

टहलें

थोड़ा बहुत टहलकर अपने क्रोध पर काबू पा सकते है। इसके चलते अपने कदम आप ध्यान दे। मन को शांत करके क्रोध पर नियंत्रण रखें। स्थान बदलने से स्थिति प्रभावित हो सकती है, जो क्रोध को तीव्रता से कम करने में मदद करती है। जब भी किसी को गुस्सा आता है, तो बिना ज्यादा बात किये वहाँ से उठना और थोड़ा टहल लेना बेहतर विकल्प है।

मैडिटेशन करें

मैडिटेशन का अभ्यास करने से गुस्सा को कम करने में मदद करता है। इस प्रकार के ध्यान में, मस्तिष्क मन को शांत करता है और इसे तीव्र आनंद की स्थिति में लाता है। इस तरह, गुस्से को कम करने के लिए ध्यान लगाकर, व्यक्ति क्रोध को नियंत्रित करना सीख सकता है। 

गहरी साँस लें

वास्तव में गारी साँस लेकर गुस्से को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए बेहतर होगा आप गिनती करते समय गहरी साँस ले। इससे गुस्से को शांत करने में मदद मिलती है।

संगीत सुने

मधुर संगीत क्रोध को कम करता है। मधुर संगीत सुनने से गुस्से को स्वय पर हावी होने से रोका जा सकता है।  म्यूजिक थेरेपी मन में पनपनें वाले नकारात्मक विचारों को रोकता है और मन को शांत करता है।

चुप रहे

बोलने से पहले चुप रहने से गुस्सा कम होता है। लोगों का मनना है कि चुप रहने से गुस्से को अच्छी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है। गुस्सा आने पर खुद को शांत रखे और कुछ समय बोलने से बचे। यह आपको दूसरे को सुनने और उनकी बात को समझने का समय देगा।

अच्छी नींद लें

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रात को अच्छी नींद लेना गुस्सा कम करने का एक अच्छा तरीका है। हृदय रोगियों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार, पर्याप्त नींद नहीं मिलाने पर गुस्सा आता है। अपर्याप्त नींद के कारण लोग अपने क्रोध को नियंत्रित करने में असमर्थ होते हैं। 

व्यायाम करे

शारीरिक गतिविधि तनाव को कम करने में मदद कर सकती है, जो आपको गुस्सा दिला सकती है। जब आपका गुस्सा बढ़ जाता है तो तेज चले या दौड़े। शारीरिक गतिविधियों को करने में अपना समय बिताएं।

गुस्सा होने पर पूछे गए प्रश्न

ज्यादा गुस्सा करने पर कौन सी बीमारी होती है?

ज्यादा गुस्सा करने पर बॉडी में दर्द और डाइजेशन सिस्टम खराब हो जाते है, लगातार गुस्से में रहने पर सरवाइकल स्पॉन्डिलाइटिस तथा फ्रोजन शोल्डर तक हा़े जाता है।

छोटी-छोटी पर गुस्सा क्यों आता है?

जब मन की बात हो जाती है तो गुस्सा नहीं आता। जब मन के विपरीत होती है तो गुस्सा आ जाता है। छोटी छोटी बातों हो या बडीआप अपने को उनके सामने कमजोर पड़ती हो और वह गुस्से का कारण बनती है।

कौन-सी मानसिक बीमारी आपको गुस्सा दिलाती है?

गुस्सा ऐसी भावना है जो हर किसी को कभी न कभी महसूस होती है अगर किसी व्‍यक्ति को बार-बार गुस्‍सा आता है, तो हो सकता है कि वह डिप्रेशन की समस्या का शिकार हो। डिप्रेशन में आने वाला व्यक्ति व्यवहार और बरताव में बदलाव आ जाते है।

मन को कैसे कंट्रोल करे?

अपनी डायट पर ध्यान दे, कम मसाले और तेल का भोजन करे, नींद पूरी ले, रोज योगा करे और हर दिन मेडिटेशन करें।


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