बुखार आना काफी कॉमन होता है। बुखार किसी को कभी भी आ सकता है। साल में दो-चार बार तो बुखार हर किसी को आ ही जाता है। जब शरीर का तापमान अधिक हो जाता है, तो बुखार कहलाता है। बुखार एक तरह से बीमारी का लक्षण है। जब शरीर का संक्रमण या बीमारी से लड़ रहा होता है, तो बुखार होता है। बुखार आने का कारण मौसम में बदलाव, ज्यादा सर्दी-गर्मी होना या कोई बीमारी होती है। बुखार मौसम बदलने के कारण भी होता है। बारिश में मच्छरों से होने वाली बीमारी के कारण भी तेज बुखार हो जाता है। इसके लिए बार-बार दवाई लेने से शरीर को नुकसान होता है। एक व्यक्ति के शरीर का सामान्य तापमान 97-99 डिग्री फेरनहाइट के बीच होता है। लेकिन बुखार होने पर यह तापामन 100 डिग्री के ऊपर पहुंच जाता है। अगर शरीर का तापमान 102 डिग्री के पार पहुंच जाए तो वह बुखार होता है। तेज बुखार उतारने के घरेलू उपाय है-
ठन्डे पानी की पट्टियां
माथे पर गीली पानी की पट्टियां रखने से तेज बुखार जल्दी उतरता है। इसके लिए ठंडे पानी में एक कपड़ा भिगोकर अपने माथे पर कुछ देर तक रखें। उसके बाद इस प्रक्रिया को फिर से दोहराएं। ऐसा करने से थोड़ी देर में शरीर का तापमान कम हो जाएगा। इसके अलावा, आप गीले कपड़े या स्पॉन्ज को अपने गर्दन, बगल, पैरों या हथेलियों पर भी रख सकते हैं।
पुदीने की चाय
तेज बुखार में पुदीने का इस्तेमाल किया जाता है। पुदीने की तासीर ठंडी होती है, इसलिए यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है। साथ ही शरीर में गर्मी कम करने में मदद करता है। इसके लिए आप पुदीने की चाय या काढ़ा बनाकर दिन में दो से तीन बार पिएं। इससे आपको जल्द राहत मिलेगी।
हलके पकडे पहनें
अक्सर लोग बुखार होने पर मोटे कपडे पहन लेते है, लेकिन यह शरीर के तापमान को और अधिक बढ़ा सकते है। तेज बुखार होने पर हल्के कपड़े पहनें, ताकि शरीर को ठंडक मिल सके। बुखार में मोटे कपडे पहनने से आपको सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है और आप असहज महसूस करेंगे।
लहसुस खाएं
तेज बुखार उतरने के लिए लहसुस का फायदा ज्यादा होता है। लहसुन में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। लहसुस की तासीर गर्म होने के कारण यह शरीर से पसीने निकलता है। इससे शरीर का तापमान कम होता है। लहसुन का सेवन करने से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकल जाते हैं।
गिलोय
तेज बुखार उतारने के लिए गिलोय बहुत पुराणी औषधि है, जिसका उपयोग शरीर के स्वास्थ्य की समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। इसे बुखार उतारने के लिए आयुर्वेदिक उपचार माना जाता है। गिलोय का सेवन करने के लिए, सबसे पहले किसी बर्तन में एक गिलास पानी ले, फिर गिलोय कूटकर उस पानी में दाल दे और अच्छे से उबाल ले। उस उतना उबाले वह आधा हो जाए। इसे छानकर गर्म-गर्म चाय की तरह पिए।
तुलसी
तुलसी सेहत का खजाना माना जाता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं। तुलसी बुखार का परमानेंट इलाज कर सकती है। बुखार उतरने के लिए तुलसी को शहद में मिलाकर खाए या फिर तुसी के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीने से भी फायदा है। तुलसी भी बुखार इ लिए अच्छी है।
हल्दी
हल्दी भी बुखार को भगाने का फायदेमंद है। रात में सोने से पहले एक गिलास गुनगुने दूध में हल्दी और एक चुटकी काली मिर्च पाउडर मिलाकर पीएं। जल्दी इससे बुखार में आराम मिलता है।
चंदन
तेज बुखार में चन्दन का लेप लगाने से बुखार कम होता है। माथे पर चंदन का लेप लगाने से ठंडक मिलती है और इससे तापमान कम होने लगता है। बुखार को कम करने के लिए चन्दन काफी फायदेमंद है।
ज्यादा पानी पिए
बुखार को कम करने का सबसे अच्छा तरीका ज्यादा पानी पिए। पानी का सेवन बढ़ाने से शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स निकल जाते हैं, जिससे डिटॉक्स के साथ इन्फेक्शन भी निकल जाता है। बुखार में शरीर ज़्यादा गर्म हो जाता है, जिससे पसीना आता है ताकि शरीर ठंडा हो। लेकिन पसीना आपके शरीर में पानी की कमी भी कर सकता है। इसलिए पानी खूब पिएं।
कमरे को ज्यादा गर्म न रखें
बुखार आने पर ठंड लगती है और हम बिना पंखा चलाए, मोटी चादर लेकर सिर्फ सोना चाहते हैं। इस दौरान कमरे को ज्यादा गर्म न रखें। हल्का पंखा चलाएं ताकि शरीर को ठंडक मिले और बुखार उतरे। इससे आप बेहतर महसूस करेंगे और अच्छे से सो पाएंगे।
नमक पानी में गिराकर करें
बुखार होने पर अक्सर गला बैठ जाता है, जिसके कारण खराश हो जाती है। इससे राहत पाने के लिए आप सबसे पहले पानी को गुनगुना कर लें और इसमें एक या दो चुटकी नमक मिला लें और फिर गरारें करें, इससे गला साफ होने में मदद मिलेगी और आपके बुखार भी ठीक हो जायेगा।
भरपूर आराम करें
अगर आपको तेज बुखार है, तो जितना हो सके उतना आराम करें। आराम करने से बीमारी जल्दी ठीक होती है। गर आप ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी या किसी तरह की दौड़-धूप करेंगे तो तबीयत और ज्यादा बिगड़ सकती है। उसके आपको अपने घर रहकर आराम करना चाहिए।
केसर और पानी
बुखार को कम करने के लिए केसर भी फायदेमंद है। इसके लिए सबसे पहले बर्तन में पानी ले और उसमे एक म्मच केसर डालकर उबालें। पानी को 5 मिनट तक उबालें और फिर इसे कप में डालें। इस गर्म मिश्रण को दिन में एक बार नियमित रूप से पियें। यह आपके बुखार को कम करने का काम करती है।
किशमिश, नींबू का रस और पानी
सबसे पहले एक कप में पानी ले और उसमे किशमिश भिगो दे। किशमिश को पानी के साथ पीसकर एक बेहतरीन मिश्रण बना लें और उसमें एक बड़ा चम्मच नींबू का रस मिलाएं।
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सभी सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं और मिश्रण को नियमित रूप से दिन में एक बार पिएं। यह बुखार को तुरत राहत देता है। इसका भी इस्तेमाल कर सकते है।
अदरक
सभी सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं और मिश्रण को नियमित रूप से दिन में एक बार पिएं। सभी सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं और मिश्रण को नियमित रूप से दिन में एक बार पिएं। सभी सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं और मिश्रण को नियमित रूप से दिन में एक बार पिएं। अदरक शरीर के लिए बहुत काम करती है।
बुखार उतारने के टोटके से संबंधित प्रश्न
तुलसी का सेवन बुखार को तेजी से कम करता है। इसके सेवन के लिए एक कप पानी में, तुलसी की 20-25 पत्तियां लें और एक चम्मच घिसी हुई अदरक, इसको अच्छे से उबालें। जब पानी आधा हो जाए तो उसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं और तीन दिन तक, इसका दिन में तीन बार सेवन करें।
बुखार को कम करने का सबसे अच्छा तरीका खूब पानी पिएं। पानी का सेवन बढ़ाने से शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स निकल जाते हैं, जिससे डिटॉक्स के साथ इन्फेक्शन भी निकल जाता है। बुखार में शरीर ज़्यादा गर्म हो जाता है, जिससे पसीना आता है ताकि शरीर ठंडा हो। लेकिन पसीना आपके शरीर में पानी की कमी भी कर सकता है।
प्याज में सल्फर होता है जो आसपास के पर्यावरण से बैक्टीरिया और सूक्ष्म जीवों को आकर्षित करता है. इसकी वजह से आपको बुखार जैसा महसूस हो सकता है, लेकिन आपको असल में बुखार होता ही नहीं है।
ट्रॉबेरी, रसबेरी, ब्लूबेरी, क्रैनबेरी ये सारे फल बुखार को ठीक कर सकता है।