महिलाओं के लिए अलसी के बीज फायदे व नुकसान, पूरी जानकारी

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भारत में कई ऐसे अनाज और बीज हैं, जिसके सेवन से स्वास्थ्य की कई परेशानियां कम होती हैं। इन अनाज और बीजों में अलसी के बीज भी शामिल हैं। अलसी का बीज खाने से कई सारे फायदे होते है। मुख्य रूप से इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, कॉपर, कार्ब्स, जिंक जैसे पोषक तत्व होते हैं। इसके अलावा अलसी में गुड फैट होता है। महिलाओं के लिए अलसी के बीज कितने फायदेमंद है। अलसी में फाइबर, कार्ब्स, प्रोटीन, कॉपर, मैग्नीशियम, मैग्नीज और जिंक जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी हैं।

पीरियड्स की परेशानी करे कम

नियमित रूप से अलसी को भुनकर खाने से आपकी पीरियड्स से जुड़ी परेशानियां काफी हद तक कम हो सकती हैं। यह पीरियड्स में होने वाली अनियमितता को कम कर सकता है। साथ ही महिलाओं को प्रजनन क्षमता को भी बूस्ट कर सकता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर और कई पोषक तत्व होते हैं, जो पीरियड्स के दौरान होने वाली परेशानी को कम कर सकते हैं।

स्किन और बालों के लिए

अलसी स्किन और बालों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इस बीज में विटामिन ई की काफी अच्छी मात्रा होती है, जो स्कैल्प और स्किन के लिए काफी अच्छा माना जाता है। अगर आप अपनी स्किन और बालों की चमक को बनाए रखना चाहते हैं, तो इसे भुनकर जरूर खाएं। वहीं, अलसी से तैयार तेल लगाना भी आपके बालों के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है।

शरीर को बढ़ता वजन कम करें

भुनी हुई अलसी के बीजों का सेवन करने से आपके शरीर का अतिरिक्त वजन कम हो सकता है। दरअसल, इसमें फैट और फाइबर होता है, जो शरीर के बढ़ते वजन को कम कर सकता है।  साथ ही इसमें पोषक तत्वों के अवशोषण करने की क्षमता अच्छी होती है।

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दिल को रखें स्वास्थ्य

भुनी हुई अलसी खाने से आपके हेल्थ को बेहतर किया जा सकता है। यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है, जिससे हार्ट हेल्थ बेहतर हो सकता है। साथ ही नसों में होने वाली जमाव को कम कर सकता है।

पाचन के लिए

अपच, गैस में बनने वाली गैस और कब्ज की शिकायत को कम करने के लिए भुनी हुई अलसी का सेवन किया जा सकता है। इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो गट हेल्थ को बेहतर कर सकता है। साथ ही पाचन के लिए अच्छा साबित हो सकता है।

हार्मोन संतुलन ठीक करें

महिलाओं में हार्मोन की समस्या देखने को मिलती है। ऐसे में अलसी के बीज का करने से महिलाओ हार्मोनल समस्या को ठीक करने में मदद मिल सकती है। अलसी के बीज एस्ट्रोजन हार्मोन के लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद करते हैं। इसके सेवन से पीसीओडी और पीसीओएस के लक्षणों को कम करने में भी मदद मिल सकती है।

फर्टिलिटी बढ़ाए

अलसी के बीज महिलाओं की प्रजनन क्षमता यानी फर्टिलिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। ये महिलाओं में ओव्यूलेशन और पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मददगार हैं। इसके नियमित सेवन से गर्भधारण की संभावना बढ़ सकती है। जो महिलाएं कंसीव करने की कोशिश कर रही है, उन्हें अपनी डाइट में अलसी के बीज को जरूर शामिल करना चाहिए।

खून की कमी दूर करने के लिए

भीगे चने और किशमिश का एक साथ सेवन करने से शरीर में खून की कमी को दूर किया जा सकता है। दरअसल, इन दोनों में ही आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। इसके नियमित से आपको एनीमिया की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

सूजन कम करने के लिए

शरीर में सूजन कम करने के लिए अलसी बीजों का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड मौजूद होता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भी भरपूर है। इसके सेवन से शरीर की सूजन कम होती है।

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डायबिटीज के लिए

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो आपके जीवन में परेशानियां खड़ी कर सकती है। अलसी में म्यूसिलेज पाया जाता है जो पाचन को कंट्रोल करके ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा को कम करता है।

अलसी के नुकसान

जठरांत्र संबंधी विकार 

अगर अलसी के बीजों का सेवन अधिक मात्रा में किया जाए, तो यह आंतों में रुकावट पैदा कर सकता है, क्योंकि अलसी के रेचक प्रभाव के कारण आंतों में रुकावट हो सकती है। ऐसा होने से रोकने के लिए इन्हें खूब पानी के साथ लेना चाहिए। आहार में अलसी को अधिक मात्रा में शामिल करने से प्रतिदिन मल त्याग की संख्या बढ़ सकती है। इससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (जीआई) संबंधी दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं जैसे कि सूजन, गैस, पेट दर्द, कब्ज, दस्त, पेट दर्द और मतली।

औषधियों के साथ पारस्परिक प्रभाव

अलसी के बीज दवाओं के साथ भी प्रतिक्रिया कर सकते हैं। यह रक्त के थक्के बनने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है। अलसी के बीज को उन दवाओं के साथ लेने से जो थक्के बनने की प्रक्रिया को धीमा करती हैं, चोट लगने और खून बहने की संभावना बढ़ सकती है।

गर्भावस्था के दौरान

अलसी के बीज अपने एस्ट्रोजन जैसे प्रभाव के कारण मासिक धर्म चक्र को प्रेरित कर सकते हैं, इसलिए गर्भवती माताओं को इन बीजों को खाने की सलाह नहीं दी जाती है। यह गर्भावस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है, जिसमें समय से पहले जन्म का जोखिम भी शामिल है।

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यह गर्भधारण करने की कोशिश कर रही महिलाओं के लिए भी एक अच्छा विकल्प नहीं है। आप गर्भावस्था के लिए चुकंदर भी आज़मा सकती हैं।

अलसी के बीज से नुकसान

आपको अलसी के बीज और अलसी के तेल से एलर्जी हो सकती है। उस स्थिति में आपको अलसी के तेल का सेवन बंद कर देना चाहिए और इसका सेवन करने से बचना चाहिए, अगर इसे खाने पर खुजली, सूजन, लालिमा या पित्ती के लक्षण दिखाई देते हैं। आपको उल्टी और मतली भी हो सकती है। अगर अलसी के तेल के प्रति आपकी प्रतिक्रिया के कारण आपका गला कस जाता है या सांस लेने में तकलीफ होती है, तो तुरंत किसी डॉक्टर से सलाह लें। ये एनाफिलेक्टिक शॉक के लक्षण हैं।

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अलसी के बीज से संबंधित प्रश्न

महिलाओं के लिए अलसी कैसे खाएं?

इसका सेवन करने के लिए 2 चम्मच अलसी के बीजों क एक गिलास पानी में भिगो दें और सुबह उठकर पी लें. इसके अलावा आप ये बीज खा भी सकती हैं।

भुनी हुई अलसी खाने से क्या फायदा होता है?

भुनी हुई अलसी का सेवन कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है, जबकि उच्च फाइबर सामग्री पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है और वजन प्रबंधन में सहायक होती है।

अलसी एक महिला के शरीर को क्या करती है?

अलसी के बीज महिलाओं की प्रजनन क्षमता यानी फर्टिलिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। ये महिलाओं में ओव्यूलेशन और पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मददगार हैं।

सुबह खाली पेट अलसी खाने से क्या होता है?

सुबह भीगे अलसी के बीज खाने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है। इसके अलावा भीगने के बाद इनका आकार भी बढ़ जाता है, जिससे यह आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराते हैं। इस तरह आपको वजन प्रबंधन में भी मदद मिलती है।

अलसी कब नहीं खानी चाहिए?

कमजोर पाचन वाले लोगों को अलसी के बीज का सेवन करने से बचना चाहिए। दरअसल, अलसी के बीज अधिक मात्रा में फाइबर काफी मात्रा में पाया जाता है। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से आंतों में ब्लॉकेज की संभावना बढ़ जाती है। इससे पेट में दर्द, सूजन और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

अलसी खाने का सही तरीका क्या है?

रोजाना एक से दो टेबलस्पून अलसी के बीजों का सेवन करना चाहिए। इसके लिए अलसी के बीजों के पाउडर को रात भर पानी में भिगोकर रखें और सुबह उठ के उस पाउडर को भी खा लें और उस पानी को भी पी लें।


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